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जय श्रीराम पर प्रेरणादायक कविताएँ | Jai Shri Ram Bhakti Poems

रामराज्य और मर्यादा पुरुषोत्तम राम की महिमा 🚩

भगवान श्रीराम केवल एक राजा ही नहीं, बल्कि धर्म, सत्य और मर्यादा के प्रतीक हैं। उनका जीवन हमें सिखाता है कि सच्चाई, परिश्रम, भक्ति और सेवा से हर लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। जब हम श्रीराम का नाम लेते हैं, तो हमारे भीतर एक नई ऊर्जा जागृत होती है, और हम अपने जीवन के हर संकट का सामना धैर्य और साहस के साथ कर सकते हैं।

इस लेख में आप पढ़ेंगे श्रीराम पर सर्वश्रेष्ठ भक्ति कविताएँ, जो न केवल रामराज्य की महिमा को दर्शाती हैं, बल्कि यह भी बताती हैं कि कैसे श्रीराम हर युग, हर समय और हर कण में विद्यमान हैं। ये कविताएँ आपके हृदय को भक्ति और प्रेम से भर देंगी और आपको श्रीराम के आदर्शों का अनुसरण करने के लिए प्रेरित करेंगी।

🔸 इस लेख में आपको मिलेगा:
✅ प्रेरणादायक राम भक्ति कविता
✅ श्रीराम के भव्य आगमन पर सुंदर पंक्तियाँ
✅ रामराज्य और मर्यादा पुरुषोत्तम राम की महिमा

राम नाम की गूंज अब चारों ओर सुनाई दे रही है। आइए, इन श्रीराम भक्ति कविताओं के माध्यम से हम भी श्रीराम के आदर्शों को अपने जीवन में अपनाएँ और रामराज्य की स्थापना की ओर कदम बढ़ाएँ। जय श्रीराम! 🚩


श्रीराम की महिमा को समर्पित ये सुंदर कविताएँ

💖 राम तक पहुंचे

मेहनत से ऊँचे ऊँचे परिणाम तक पहुंचे।
जमीन से जुड़े हैं वो आसमान तक पहुंचे।।

जो सबको देते हैं आदर और सम्मान,
कुछ तरह वे सब ऊँचे नाम तक पहुंचे।।

न देखा कुछ स्वार्थ, सबका भला किया,
ऐसे ही लोग ऊँचे अंज़ाम तक पहुंचे।।

भला करने से ही मिलता है अच्छा फल,
अच्छे भले लोग ही राम तक पहुंचे।।


-किशोर चौहान

🔹 कविता के प्रमुख संदेश:

✔ मेहनत और सच्चे प्रयास से सफलता पाना
✔ परोपकार और भलाई से ऊँचाई तक पहुँचना
✔ भक्ति और सेवा से राम तक पहुँचना

जय श्रीराम की गूंज – भव्य रामराज्य का स्वागत

जो जय जयकार हुआ है,
सपना ये साकार हुआ है।
आने को राम मेरे अब,
भव्य नया अवतार हुआ है।।

हर धुन में होगा, हर मन में होगा,
कण कण में होगा, हर क्षण में होगा।

होगा हर सुबह में, होगा अब शाम में,

होगा हर पावन काम में, जय जय एक नाम होगा।
अब चारों ओर जय श्रीराम श्रीराम श्रीराम होगा।

लेखक: किशोर चौहान


🔹 कविता के मुख्य अंश:

✔ हर क्षण, हर मन में राम
✔ श्रीराम के भव्य अवतरण की महिमा
✔ पुण्य कार्यों में राम का प्रभाव

राममयी जगत 🌍 – जब हर कण में श्रीराम होंगे

भव सागर भावों से भगवानमयी हो जाएगा,
भव्य आगमन से सब राममयी हो जाएगा।।

नदियों का कल-कल है राम,
भूमि की हर हलचल है राम।
निर्बल का सम्बल है राम,
सब नामों में प्रबल है राम।।

हर संकट का हल है राम,
पुण्य काम की पहल है राम।
प्राकाष्ठा का अनुवादन है राम,
शुभ मंगल अभिवादन है राम।।

शांत सरल मन है राम,
मर्यादित जीवन है राम।।

कल्पित कार्य सिद्ध होंगे, गीत हम भगवा गाएंगे,
राम राज्य अब बन जाएगा, राम हमारे अब आएंगे।।

लेखक: किशोर चौहान


🔹 कविता के प्रमुख संदेश:

✔ श्रीराम हर युग, हर समय और हर स्थान में विद्यमान हैं
✔ राम का नाम लेने से कष्टों का निवारण होता है
✔ भक्ति और पुण्य कर्मों से रामराज्य की स्थापना

जय श्री हनुमान बोलेंगे

जब मन अपना घबराएगा,
तब जय श्री हनुमान बोलेंगे।

जब तन डर से भर जाएगा,
तब जय श्री हनुमान बोलेंगे।

जब घर में सब सुख आएगा,
तब जय श्री हनुमान बोलेंगे।

जब घर से दुःख दूर हो जाएगा,
तब जय श्री हनुमान बोलेंगे।

जब "जय श्री राम" हो जाएगा,
तब जय श्री हनुमान बोलेंगे।

लेखक: किशोर चौहान


दशहरा पर विचार: रावण मर गया, श्रीराम कहाँ हैं?

स्वाभिमानी मर रहे है
अभिमान जिंदा है

रावण तो मर जाता है हर साल
पर ,अब श्री राम कहाँ जिंदा है ?

धर्म करते है बहुत लोग
पर पाप अभी भी जिंदा है

रावण तो मर रहा है
पर, अब श्री राम कहाँ जिंदा है ?

सत्य पर विजय का अभियान अभी जिंदा है
वेदों को पढ़ना
उसमे श्री राम का नाम अभी जिंदा है ।

-किशोर चौहान

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